राज घाट – दिल्ली: रोचक तथ्य, जानकारी और इतिहास

दिल्ली, जो भारत की राजधानी है, अपने ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जानी जाती है। यहां अनेक स्मारक और स्थल हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण स्थल है ‘राज घाट’। यह स्थल महात्मा गांधी की समाधि है और इसे श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल लाखों लोग यहाँ आते हैं। इस ब्लॉग में हम राज घाट के बारे में कुछ रोचक तथ्य, जानकारी और उसके इतिहास के बारे में चर्चा करेंगे।

राज घाट का इतिहास

राज घाट का निर्माण महात्मा गांधी के निधन के बाद, 1948 में किया गया था। महात्मा गांधी को 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे द्वारा गोली मारे जाने के बाद, उनके सम्मान में यह स्मारक बनाया गया। यह स्थल यमुना नदी के किनारे स्थित है और यहाँ पर एक साधारण लेकिन सुंदर समाधि बनाई गई है। यह समाधि काले संगमरमर से बनी है और उसके चारों ओर हरियाली बिखरी हुई है।

राज घाट का महत्व

महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे, और उन्हें ‘राष्ट्रपिता’ का दर्जा प्राप्त है। उनका जीवन, विचार और दृष्टिकोण आज भी लोगों को प्रेरित करता है। राज घाट सिर्फ महात्मा गांधी की स्मृति का स्थल नहीं, बल्कि यह शांति, सद्भावना और मानवता का प्रतीक भी है। यहाँ हर साल 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती मनाई जाती है, जहाँ अनेक नेता और आम लोग उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

राज घाट की विशेषताएँ

1. **आर्किटेक्चर**: राज घाट का डिज़ाइन बेहद सरल और प्रभावशाली है। काले संगमरमर की यह समाधि, एक उभरे हुए मंच पर स्थित है और यहाँ महात्मा गांधी का नाम भी खुदा हुआ है।

2. **सामाजिक एकता का प्रतीक**: यह स्थल न केवल भारतीयों के लिए, बल्कि दुनियाभर के लोगों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत है। यहां हर धर्म, जाति और पंथ के लोग श्रद्धांजलि देने आते हैं।

3. **समृद्ध हरियाली**: राज घाट के चारों ओर बाग-बगिचे हैं जहाँ सांझ ढलने पर लोग शांति से बैठकर विचार करते हैं। यह स्थल मानसिक शांति प्रदान करने के लिए उपयुक्त है।

राज घाट में किए जाने वाले कार्यक्रम

राज घाट पर समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। खासकर 30 जनवरी को ‘गाँधी शाहदत दिवस’ के अवसर पर। यहाँ कुछ प्रमुख कार्यक्रम होते हैं:

– **श्रद्धांजलि समारोह**: प्रधानमंत्री सहित कई प्रमुख नेताओं द्वारा महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

– **विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम**: यहाँ कला, संगीत और नृत्य के माध्यम से महात्मा गांधी के विचारों को उजागर करने वाले कार्यक्रम आयोजित होते हैं।

राज घाट कैसे पहुँचें

राज घाट, दिल्ली के सेंट्रल जिले में स्थित है। यह स्थल दिल्ली के अन्य प्रसिद्ध स्थलों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप मेट्रो, बस या कैब के माध्यम से यहाँ पहुँच सकते हैं। निकटतम मेट्रो स्टेशन ‘राज घाट’ है, जो सीधे इस स्थल तक पहुँचता है।

राज घाट यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

अगर आप राज घाट की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो यहाँ कुछ बातें ध्यान में रखें:

– **शांति बनाए रखें**: राज घाट एक ध्यान और साधना का स्थल है, इसलिए यहाँ शांति बनाए रखना आवश्यक है।

– **सफाई का ध्यान रखें**: इस पवित्र स्थल की सफाई पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए कूड़ेदानों का उपयोग करें।

– **शिर्षक का पालन करें**: यहाँ आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेते वक्त उनके नियमों का पालन करें।

राज घाट के आसपास के अन्य स्थल

राज घाट के निकट कुछ अन्य ऐतिहासिक स्थल भी हैं जिन्हें आप देख सकते हैं:

– **क्रांति स्मारक**: यह स्थल उन सभी को याद करने के लिए है जो स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी निभाई।

– **इंद्रप्रस्थ पार्क**: यहाँ आप परिवार के साथ पिकनिक का आनंद ले सकते हैं।

– **यमुना नदी**: नदीय किनारे पर चलना और ताजगी भरी हवा का अनुभव करना मजेदार होता है।

राज घाट की यात्रा का अनुभव

राज घाट की यात्रा एक ऐसा अनुभव है जिससे मन को शांति और संतोष मिलता है। यहाँ समय बिताते हुए, लोग महात्मा गांधी के विचारों के प्रभाव को महसूस करते हैं और अद्भुत शांति का अनुभव करते हैं। यह स्थल केवल एक भौतिक स्थान नहीं, बल्कि एक भावनात्मक अनुभव है, जो आपको याद दिलाता है कि हम सभी का जीवन ‘सत्य’ और ‘अहिंसा’ के मार्ग पर चलने का है।

निष्कर्ष

राज घाट को देखना न केवल एक ऐतिहासिक यात्रा है, बल्कि यह महात्मा गांधी के प्रमुख जीवन मूल्यों को पुनर्जीवित करने का अवसर भी है। यहाँ आने वाले हर व्यक्ति के मन में गांधी जी के प्रति एक गहरा सम्मान और श्रद्धा का भाव होता है। आप जब भी दिल्ली आएं, राज घाट की यात्रा करना न भूलें। यह आपके यात्रा अनुभव को और भी खास बनाएगा।

यदि आप राज घाट के बारे में और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप [https://www.delhitourism.gov.in](https://www.delhitourism.gov.in) पर जा सकते हैं।

Similar post

By Aparna Patel

Aparna (www.womenday.in) is the founder, she started her writing career in 2018. She has another site named (www.hollymelody.com) where she publishes travel related articles where she has published more than 1000+ articles. Aparna likes to write on various subjects.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *