3 साल और 1 अरब डॉलर की कंपनी

आज महिलाएं किस क्षेत्र में आगे नहीं है। शायद ही ऐसा कोई मंच होगा जहां महिलाओं ने अपना कदम ना रखा हो और अपना नाम ना कमाया हो। ऐसे ही आज हम आपको एक ऐसी भारतीय महिला के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने इतनी कम उम्र में 3 साल के अंदर 6900+ करोड़ कमाए ($1 billion dollar = rs. 69,64,40,00,000 – 1 अरब डॉलर)। 27 साल की उम्र में उन्होंने 1 बिलियन डॉलर की कंपनी खड़ी कर दी।

इस पोस्ट में अंकिती बोस और उनकी कंपनी के बारे में है।

  • 3 साल और 1 अरब डॉलर की कंपनी
  • अंकिती बोस (Ankiti Bose) कौन है?
  • ध्रुव कपूर कौन है?
  • अंकिती और ध्रुव की मुलाकात कैसे हुईं?
  • यूनिकॉर्न क्या होता है?
  • ZILINGO का मुख्यालय (Headquarter) कहाँ है?
  • ZILINGO क्या है?
  • ZILINGO का मालिक कौन है?
  • ZILINGO का अर्थ क्या है?
  • ZILINGO का विचार (आइडिया) कहाँ से आया?
  • ZILINGO की आय | ZILINGO Revenue
  • ZILINGO कमाती कैसे है?
  • ‘अंकिती और ध्रुव’ के बारे में तथ्य
  • अंकिती ने भारत को क्यूँ नहीं चुना?
  • फिलहाल इस क्षेत्र में नहीं है कोई महिला
  • अंकिती को पुरस्कार और सम्मान
  • अंकिती की सफलता से क्या सीख मिलती है?

 

 

Ankiti Bose | ZILINGO | पहली भारतीय महिला सीईओ
 

अंकिती बोस (Ankiti Bose) कौन है?

 

अंकिती बोस फैशन ई-कॉमर्स पल्टफॉर्म की को-फाउन्डर है और वे पहली भारतीय महिला सीईओ भी है। यही नहीं बल्कि इनकी कंपनी को यूनिकॉर्न का स्टेट्स भी मिला है। अंकिती मुंबई की रहने वालीं हैं। इन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की जोकी मुंबई में है। इस फैशन प्लेटफॉर्म ZILINGO का सफर दिसंबर 2014 में शुरू हुआ था। उस वक्त अंकिती 27 साल की थीं। उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सिक्योई इंडिया में एनालिस्ट का काम किया और जॉब करते-करते वहीं से इनको आइडिया आया की  “में अपनी खुद की कंपनी बनाऊँगी” और अपने उद्यमी व्यवसाय उद्यम ZILINGO द्वारा, इस कम उम्र में अरबपति बनकर दुनिया को बता दिया महिलाएं किसी से कम नहीं। और यह भी बता दिया की महिलाओं के लिए कोई भी काम कैसा भी काम मुश्किल नहीं है बस आप में लगन और मेहनत होनी चाहिए उस काम को करने के लिए।

ध्रुव कपूर कौन है?

ध्रुव कपूर, सह-संस्थापक और दक्षिण पूर्व एशियाई ईकॉमर्स यूनिकॉर्न जिलिंगो के सीटीओ। ध्रुव ने 2017 में शुरू होने वाले बी 2 सी बाज़ार से बी 2 बी बाज़ार से ज़ीलिंगो के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अंकिती और ध्रुव की मुलाकात कैसे हुईं?

बंगलूरू में एक फैमिली पार्टी के दौरान अंकिती की मुलाकात ध्रुव कपूर से हुईं, जो गुवाहाटी आईआईटी के छात्र रह चुके है और ये गेमिंट स्टूडियो किवी इन्क में सॉफ्टवेयर इंजीनियर का काम करते थे।
 
तब अंकिती 23 साल की थीं और ध्रुव 24 साल के थे और वे दोनों गेमिंग स्टूडियो मे काम करते थे। अंकिती की ध्रुव कपूर (28) से मुलाकात बंगलूरू में एक फैमिली पार्टी में हुई। और इन दोनों  को यह एहसास हुआ की दोनों को साथ मिलकर कुछ बड़ा करना चाहिए। इस तरह दोनों ने चार महीने के बाद अपनी नौकरी छोड़ दी।
 
अंकिती और ध्रुव ने अपनी बचत का निवेश किया और 2015 में अपनी कंपनी ZILINGO शुरू करने के लिए निवेशकों से धन जुटाया। दोनों ने जिलिंगो की स्थापना के लिए अपनी बचत से 30-30 हजार डॉलर लगाए। लगभग 4 वर्षों में, ZILINGO यूनिकॉर्न (Unicorn Business) व्यवसाय बन गया (एक स्टार्ट-अप जिसकी कीमत $ 1 बिलियन या उससे अधिक है)।

यूनिकॉर्न क्या होता है?

  • यूनिकॉर्न व्यापार की दुनिया में एक शब्द है। (यूनिकॉर्न व्यापार – Unicorn Business)
  • (यूनिकॉर्न) यह उन कंपनियों को मिलता है जिनकी आयोजित स्टार्टअप कंपनी 1 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का संकेत देतीं है।
  • पहली बार यह शब्द 2013 में वेंचर कैपिटलिस्ट ऐलेन ली (venture capitalist Aileen Lee) द्वारा बनाया गया था, जो इस तरह के सफल उपक्रमों की सांख्यिकीय दुर्लभता का प्रतिनिधित्व करने के लिए पौराणिक जानवर का चयन करता है।
  • अंकिति बोस की स्टार्टअप कंपनी की मूल्य 2019 में 970 मिलियन डॉलर पहुंचा।

ZILINGO का मुख्यालय (Headquarter) कहाँ है?

  • ZILINGO का मुख्यालय सिंगापुर में है, जिसका प्रबंधन सीईओ अंकिता बोस द्वारा किया जाता है।
  • इसका तकनीकी कार्यालय बंगला में है, जिसका प्रबंधन मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी ध्रुव कपूर के द्वारा किया जाता है।
ZILINGO क्या है?
 
जिलिंगो Zilingo दक्षिण-पूर्व एशिया में बड़े पैमाने पर काम करने वाले छोटे व्यापारियों के लिए एक ऑनलाइन बाज़ार है, यह एक ऑनलाइन प्लैटफॉर्म है, जिसका नाम उत्पादों और व्यापारियों के “zillions” के लिए रखा गया है जो इसके दो संस्थापकों की सेवा करना है। हमने इसे अवसरों के एकत्रीकरण के रूप में कल्पना की, अंकिता बोस (27) कहती हैं, जो सीईओ और कॉफाउंडर हैं।

ZILINGO का मालिक कौन है?

अंकिती बोस, दक्षिण पूर्व एशियाई फैशन प्लेटफ़ॉर्म ज़ीलिंगो की सह-संस्थापक और सीईओ हैं।

ज़ीलिंगो कब शुरू हुआ?

अंकिती बोस और ध्रुव कपूर द्वारा 2015 में स्थापित, Zilingo मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व एशिया में संचालित छोटे फैशन व्यापारियों के लिए एक ऑनलाइन B2B मंच है।

ZILINGO का अर्थ क्या है – The Gift Of God (भगवान की भेंट)

  • ZILINGO अभी भारत में उपस्थित नहीं  है।
  • ZILINGO सिंगापुर में मुख्यालय (Headquartered) है ।
  • ZILINGO का कर समर्थन (tax support) भारत से है ।
  • ZILINGO का बाजार साउथ पूर्वी एशिया है?

ZILINGO का विचार (आइडिया) कहाँ से आया?

जिलिंगो की शुरुआत कैसे हुई?

भारत में Amazon या Flipkart जैसे बड़ी कंपनी है वैसे ही ZILINGO साउथ पूर्वी एशिया में है। उस वक्त कोई भी बड़ी कंपनी वहाँ नहीं थी। 
 
इन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की जोकी मुंबई में है। इस कॉलेज से अंकिती ने 2012 में अर्थशास्त्र और गणित से ग्रेजुएशन पूरा किया। अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद, एक मैनेजमेंट कंसल्टेंट के रूप में, अंकिता ने बैंगलोर में मैकिन्से एंड कंपनी (McKinse & Company) ज्वाइन की, जहाँ उन्होंने 2012 से 2014 तक काम किया। बाद में 2014 में, उन्होंने निवेश विश्लेषक के रूप में बैंगलौर में सिकोइया कैपिटल (Sequoia capital) ज्वाइन किया। अंकिती  अपने सहकर्मी के साथ छुट्टियाँ मनाने एक बार बैंकॉक की यात्रा पर थी, एक दिन अंकिती बैंकॉक के Chatuchak बाजार गईं। वहाँ उन्होंने लोगों को देखा जो सैंकड़ों छोटे-छोटे गाँव से रीबूट स्थानों से लाकर समान बेचते है। और देखा कि स्थानीय दुकानों में ऑनलाइन उपस्थिति नहीं थी।

एक इंटरव्यू में अंकिता ने कहा.. 

“अंकिती कहतीं है हम बाजार में गए जिसे चतुचक (chatuchak) कहा जाता है। 15,000 से ज्यादा स्टालों (stalls) और कुछ 11,500 स्वतंत्र व्यापारियों के साथ, यह दुनिया का सबसे बड़ा सप्ताहांत बाजार है। मैं ‘हैरान’ की तरह थी कि सामान ऑनलाइन होना चाहिए! ‘ लेकिन वे सिर्फ ऑनलाइन नहीं बेच सकते थे, वे नहीं जानते थे कि कैसे करना है । यह एक शुरुआत थी।”

वहाँ उनको सबसे बड़ी बात समझ आई की:

  • कोई तकनीकी सहायता नहीं | No Techonology Support
  • कोई वित्तीय सहायता नहीं | No Financial Suppport 
  • असंगठित तरीके से बेचना | Selling in an unorganised manner 
  • सही ग्राहकों तक समान नहीं पहुंच पाते है | Not able to reach the right customers 
और यहीं से अंकिती को समझ आ गया की जीतने भी साउथ पूर्वी एशिया के जीतने भी इस तरीके के निर्माता है इनको अपना माल बेचने के लिए प्लेटफॉर्म देने का निर्णय लिए।
 
ZILINGO की आय | ZILINGO Revenue
  • March 2016 में – $ 4.34 लाख का revenue रहा 
  • March 2017 में – $ 1.8 मिलियन का revenue रहा 
  • March 2018 में – $ 21.6  मिलियन का revenue रहा (12 गुना बढ़ा)
  • April-January 2019 में  $ 86.4 मिलियन रहा (4 गुना बढ़ा)

ZILINGO कमाती कैसे है?

ज़ीलिंगो पैसे कैसे कमाता है?
  • ZILINGO सभी विक्रेताओं (sellers) को फ्री लिस्टिंग (free listing) की अनुमति देता है।
  • आपको माल बेचने के लिए अपने आप को लिस्ट करने के लिए कोई पंजीकरण शुल्क (registration fees), कोई लाइसेंस शुल्क (licenses fees) देने की जरूरत नहीं है।
  • लेकिन ऑर्डर आने पर 10% – 20% तक की बिक्री मूल्य (sales value) ZILINGO एक कमीशन के रूप में (as a commission) रखती है।
  • इसका मतलब की माल आने के दरवाजे में कोई कर (tax) नहीं लगेगा, लेकिन अगर माल बिका तो उसमे में से कर (tax) लेंगे।

‘अंकिती और ध्रुव’ के बारे में तथ्य

  1. अंकिती, एक यूनिकॉर्न व्यवसाय के सह-संस्थापक ($ 1 बिलियन या उससे अधिक मूल्य का स्टार्ट-अप) करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
  2. 2018 में, 30 वर्ष से कम आयु के व्यवसाय में सबसे प्रभावशाली युवा लोगों में अंकिती और ध्रुव को अमेरिकी पत्रिका ‘Forbes’ में सूचीबद्ध किया गया था।
  3. 2019 में, 40 साल से कम उम्र के कारोबार में अंकिती को सबसे प्रभावशाली और प्रेरक युवा लोगों के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।

अंकिती ने भारत को क्यूँ नहीं चुना?

अंकिती ने इस कंपनी का स्टार्टअप शुरू करने के लिए भारत को इसलिए नहीं चुना क्यूंकी अंकिती कहती है की – उनकी अपनी रिसर्च के मुताबिक उन्होंने पाया की भारत में पहले से ही अनलाइन मार्केट में Amazon, Flipkart जैसी बड़ी कंपनियां पहले से ही बड़े लेवल पे मौजूद थे।
 
तब उन्होंने रिसर्च किया और देखा की साउथ ईस्ट एशिया में ऐसा कोई प्लेयर नहीं है, जैसे भारत में Amazon, Flipkart है। इसलिए उन्होंने अपनी कंपनी की शुरुआत करने के लिए साउथ ईस्ट एशिया को चुना। इस तरह 2015 में ZILINGO अस्तित्व में आया।
 

फिलहाल इस क्षेत्र में नहीं है कोई महिला

 

अंकिती कहतीं है की फिलहाल इस क्षेत्र में महिलाओं की कमी है।

 

अंकिती ने अपनी कंपनी के बारे में बात करते हुए बताया कि फिलहाल इस क्षेत्र में महिलाओं की कमी है। वह कहती हैं, ‘मेरे पूरे सफर में कई पुरुषों ने मेरा सहयोग किया है। लेकिन अगर महिला कमर्चारी उनके साथ होती तो ज्यादा अच्छा होता।’

 

अंकिती को पुरस्कार और सम्मान

उनके पुरस्कार और सम्मान में शामिल हैं:

  • 2018 फोर्ब्स पत्रिका के 30 अंडर 30 (Forbes magazine’s 30 under 30)
  • 2019 फॉर्च्यून पत्रिका के 40 अंडर 40 (Fortune magazine’s 40 Under 40)
  • 2019 द ब्लूमबर्ग 50 (The Bloomberg 50)
  • 2019 बिजनेस वर्ल्डवाइड मैगज़ीन मोस्ट इनोवेटिव सीईओ ऑफ़ द इयर – सिंगापुर (Business Worldwide Magazine Most Innovative CEO of the Year – Singapore)
  • 2020 अंकिती ने सिंगापुर में 100 महिलाओं को टेक लिस्ट में शामिल किया (Ankiti features in Singapore 100 Women in Tech List)

अंकिती की सफलता से क्या सीख मिलती है?

अंकिता बोस की सफलता इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे महिलाएं लीडर और नवप्रवर्तकों के रूप में उद्योगों को बदल सकती हैं। 
 
अब आपकी बारी है आप क्या कर सकते है अपने सपने को पूरा करने लिए। अब आपके पास कोई भी बहाने हो उसे छोड़ दीजिए। मैं महिला हूँ, मेरी उम्र कम है, मेरे पास कोई विदेशी कॉलेज की डिग्री नहीं है या मेरे पास पूंजी नहीं है या में इस लायक नहीं हूँ..  छोड़ दीजिए और लग जाइए अपने सपनों को पूरा करने में, लगा दीजिए अपनी सारी मेहनत ईमानदारी से तो आपको कोई पीछे नहीं छोड़ सकता और अगला नंबर आपही का होगा।

हार नहीं मानी:

  • जब अंकिती थायलैंड गई तो उन्होंने देखा की सबसे बड़ी कमी technology की है तब उन्होंने technology tools विकसित करना शुरू किया।
  • Fintech – financial technology partnership उन्होंने पाया की working captial की कमी है। उन्होंने देखा की माल तो बहुत अच्छा बना सकते है लेकिन उनके पास कच्चे माल खरीदने के लिए पैसा नहीं है उनको कुछ अड्वान्स पेमेंट की जरूरत है तब अंकिती ने फाइनैन्शल कंपनी से पार्ट्नर्शिप करके (small manufacture) इन लोगों को पैसा दिलाना शुरू किया। इस तरह यह पैसा कम ब्याज पे मिल शुरू हुआ, जिससे कम खर्चे पर कच्चे माल खरीद सके और इसी पैसे की वजह से इन लोगों को अड्वान्स पेमेंट मिलने लगी।
  • अंकिती पूरी तरह से अपने टीम की मदद करती है।
 
आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी कृपया कमेन्ट करके जरूर बताइए और इस पोस्ट से आपको क्या प्रेरणा मिली वो भी बताइए। अंकिती की कौन सी बात ने आपको सबसे ज्यादा प्रेरित किया जरूर बताइए।

By Aparna Patel

Aparna (www.womenday.in) is the founder, she started her writing career in 2018. She has another site named (www.hollymelody.com) where she publishes travel related articles where she has published more than 1000+ articles. Aparna likes to write on various subjects.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *